अशोक गुप्ता जी (राष्ट्रिय स्वयं सेवी) ,
जैसे हमारी फोन पर बात हुई थी, हम नागरिकों को ये पांच साल की गुलामी छोड़ कर अपने जनसेवक को ये बताना चाहिए कि हमें क्या चाहिए मेसेज द्वारा और मेसेज करके दूसरे नागरिकों को भी बताना चाहिए इन्टरनेट, पर्चों, मीटिंग आदि द्वारा कि हमने ये मांग की है, आप भी मांग करें | और ये भी मांग करना चाहिए जनसेवकों से कि उनके पब्लिक मोबाइल को वेबसाइट से जोड़ा जाये ताकि सभी को जनता के द्वारा भेजे गए मेसेज और जनता की राय का पता चले |
ऐसा करने के लिए केवल पांच मिनट ही लगेंगे | लेकिन यदि एक जिले में यदि कुछ हजार लोग भी ऐसा करते हैं और जनसेवक इसको नजरंदाज करता है, तो फिर उस जनसेवक की प्रमाण सहित पोल खुलेगी | और भावी जनसेवक पर भी ये जनता के प्रामाणिक मांग का दबाव आएगा कि जनसेवक को अपने वेबसाइट और पब्लिक मोबाइल को आपस में जोड़ना है | इसीलिए आप भी ऐसा मेसेज करके.,भेजा गया मेसेज-आदेश को कहीं अपलोड करें और उसका लिंक भेजें |
ऐसा करने के लिए केवल पांच मिनट ही लगेंगे | लेकिन यदि एक जिले में यदि कुछ हजार लोग भी ऐसा करते हैं और जनसेवक इसको नजरंदाज करता है, तो फिर उस जनसेवक की प्रमाण सहित पोल खुलेगी | और भावी जनसेवक पर भी ये जनता के प्रामाणिक मांग का दबाव आएगा कि जनसेवक को अपने वेबसाइट और पब्लिक मोबाइल को आपस में जोड़ना है | इसीलिए आप भी ऐसा मेसेज करके.,भेजा गया मेसेज-आदेश को कहीं अपलोड करें और उसका लिंक भेजें |
आपको मैं `जनसेवक को मेसेज-आदेश` प्रचार तरीका का लिंक भेज रहा हूँ ; ये इस प्रकार है -
चैप्टर 55, www.prajaadhinbharat.wordpress.com
चैप्टर 55, www.prajaadhinbharat.wordpress.com
धन्यवाद सहित -
कश्यप |
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