---------- Forwarded message ----------
From: kmoksha rishi <kmoksha@gmail.com>
Date: 2013/6/9
Subject: `Jansevak ko mesej-aadesh` prachar tarika
To: ravinder sharma nma <rks_ktc@yahoo.co.in>
रविंदर शर्मा जी,
From: kmoksha rishi <kmoksha@gmail.com>
Date: 2013/6/9
Subject: `Jansevak ko mesej-aadesh` prachar tarika
To: ravinder sharma nma <rks_ktc@yahoo.co.in>
रविंदर शर्मा जी,
जैसे कि हमने कुछ दिन पूर्व बात की थी कि क्यूँ जरुरी है हम नागरिकों के लिए अपने जनसेवकों के लिए मेसेज-आदेश देने के लिए |
क्यूंकि हो सकता है कि हमने अपने जनसेवकों को नह्नी बताया कि हम नागरिक क्या चाहते हैं जैसे नरेन्द्र मोदी को प्रधान मंत्री बनाना |
और जनसेवक हमारा मन नहीं पढ़ सकते हैं | तो फिर, यदि चुने जाने के बाद सांसद मोदी जी को प्रधानमंत्री नहीं बनाते, तो हम कुछ नहीं कर सकते |
इसिलए हमें अपने वर्त्तमान जनसेवकों को आदेश देना चाहिए प्रामाणिक तरीके से, मेसेज-आदेश द्वारा, कि तुरन्त सांसद में प्रस्ताव पारित करवाएं कि मोदी जी को तुरंत प्रधानमंत्री
क्यूंकि हो सकता है कि हमने अपने जनसेवकों को नह्नी बताया कि हम नागरिक क्या चाहते हैं जैसे नरेन्द्र मोदी को प्रधान मंत्री बनाना |
और जनसेवक हमारा मन नहीं पढ़ सकते हैं | तो फिर, यदि चुने जाने के बाद सांसद मोदी जी को प्रधानमंत्री नहीं बनाते, तो हम कुछ नहीं कर सकते |
इसिलए हमें अपने वर्त्तमान जनसेवकों को आदेश देना चाहिए प्रामाणिक तरीके से, मेसेज-आदेश द्वारा, कि तुरन्त सांसद में प्रस्ताव पारित करवाएं कि मोदी जी को तुरंत प्रधानमंत्री
बनाया जाये | और ये भी आदेश दें कि उनके पब्लिक मोबाइल को उनके वेबसाइट के साथ जोड़ें ताकि जनता के मेसेज वेबसाइट पर स्वतः प्रकाशित हो जावे और सभी को प्रामाणिक तरीके से
दिखें |
और भेजा गया मेसेज-आदेश का प्रमाण जनता को दिखाएँ इन्टरनेट, पर्चे, आदि द्वारा और उसका लिंक मुझे और सबको भी शीघ्र भेजें |
हमें क्यूँ २०१४ तक इन्तेजार करना चाहिए ? क्यूँ हमें एक क्षण के लिए भी भ्रष्ट सरकार को झेलना चाहिए ?
और भेजा गया मेसेज-आदेश का प्रमाण जनता को दिखाएँ इन्टरनेट, पर्चे, आदि द्वारा और उसका लिंक मुझे और सबको भी शीघ्र भेजें |
हमें क्यूँ २०१४ तक इन्तेजार करना चाहिए ? क्यूँ हमें एक क्षण के लिए भी भ्रष्ट सरकार को झेलना चाहिए ?
कृपया इस प्रचार तरीके कि अधिक जानकारी इस लिंक में देखें - चैप्टर 55, ww.prajaadhinbharat.wordpress.com
कश्यप |
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