उमेश जैसवाल जी,
जैसे कि आपसे सुबह बात हुई थी कि आम आदमी को अपने जनसेवक को मेसेज-आदेश
भेजना चाहिए (हो सके तो बताये हुए फोर्मैट में) और भेजा हुआ मेसेज-आदेश
का प्रमाण जनसमूह को बताना चाहिए अपने वाल-नोट, ब्लॉग, गूगल डोक, पर्चों
आदि द्वारा और लिंक शेयर करना चाहिए ताकि जनता को प्रमाण मिले और दूसरों
को भी ऐसा करने की प्रेरणा मिले |
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केवल किसी नेता या पार्टी के लिए नारेबाजी करने से ये भी सिद्ध नहीं होता
है कि आप वास्तव में उस नेता/पार्टी के समर्थक हैं | यदि आप वास्तव में
अपने प्रिय नेता/पार्टी का समर्थन करना चाहते हैं या कोई समाधान-ड्राफ्ट
को लागू करवाना चाहते हैं, तो आपको अपने सांसद, विधायक आदि, जनसेवकों को
जरुरी मेसेज-आदेश भी देने चाहिए (अपने विरोध/समर्थन के तरीकों के साथ) कि
आपके प्रिय नेता को देश का प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री बनाने के लिए
तुरंत प्रस्ताव शुरू करवाएं संसद या विधानसभा में या आपके प्रिय पार्टी
को बढ़ावा करे | और भेजे गए मेसेज-आदेश अधिक से अधिक जनता को बताएं फेसबुक
वाल-नोट, ब्लॉग, पर्चे, गूगल डोक आदि द्वारा, ताकि जनता को प्रमाण मिले
और दूसरों को भी ऐसा करने की प्रेरणा मिले | `जनसेवक को मेसेज-आदेश`
भेजने के लिए और भेजे गए मेसेज-आदेश जनता को दिखाने के लिए, आपके समय के
केवल 5-10 मिनट ही लगेंगे |
हमारे सासदों, विधायकों, आदि जनसेवकों के पास ही अधिकार है कि भारतीय
राजपत्र में समाधान-ड्राफ्ट को छपवाएं, कानून बनाएँ और प्रक्रिया-ड्राफ्ट
पर वोट करें | तो, जब तक हम आम-नागरिक अपने जनसेवकों को एक प्रामाणिक रूप
से नहीं बताते कि हमें उनसे वास्तव में क्या चाहिए और क्या नहीं, तब तक
जनसेवकों और दूसरे नागरिकों को कैसे पता चलेगा ? उदाहरण, यदि आप चाहते
हैं कि आपके सांसद, प्रधानमंत्री एफ.डी.आई. (विदेशी प्रत्यक्ष निवेश) के
लिए अनुमति नहीं दें, तो उन्हें कैसे पता चलेगा ? क्या आपने अपने सांसद
को मेसेज-आदेश भेजा कि वो एफ.डी.आई. के लिए अनुमुती नहीं दे ? यदि नहीं,
तो ये आपका दोष है कि आपने अपने सांसद को मेसेज-आदेश नहीं भेजा कि आपको
एफ.डी.आई. नहीं चाहिए | इसलिए, अपने जनसेवकों को मेसेज-आदेश भेजना हमको
एक जिम्मेदार नागरिक बनाता है |
इस तरह, हमको अपना संवैधानिक कर्तव्य निभाना चाहिए | क्यूँ हमें 5 साल तक
इन्तेजार करना चाहिए ? हम क्यूँ पांच साल के लिए सोयें या 5 साल के लिए
रोयें और पांच साल में केवल एक ही दिन जागृत रहें ? ऐसा करना कोई
लोकतंत्र नहीं है | और यदि कोई जनसेवक हजारों नागरिकों की नहीं सुनता है,
तो कृपया उसकी प्रमाण सहित पोल खोलें और उसको किसी भी दिन बदल सकें ऐसे
`जनसेवक को मेसेज-आदेश` का सिस्टम का प्रयोग करें, ना कि हम उस बुरे
जनसेवक को 5 साल बर्दाश्त करें |
===================================
पूरा लेख पढ़ें और कृपया बताएं कि आप क्यूँ अपने जनसेवक को मेसेज-आदेश
नहीं भेजना चाहते, पत्र द्वारा आदेश भेजना चाहते हैं , जबकि भेजे गए
पत्रों की जाँच करना संभव नहीं है |
आपने जो 10 लाख पत्र भेजे थे शीला दीक्षित को, उसको कोई भी व्यक्ति कह
सकता है कि वे असल में कुछ ही लोगों द्वारा निर्मित हैं | और हमारे देश
में लगों के हस्ताक्षर के रिकोर्ड भी नहीं है, जांच करने के लिए कि सत्य
क्या है |
जबकि मेसेज का रिकोर्ड प्राप्त किया जा सकता और मेसेज की जाँच करना बहुत
आसान हो जायेगा जब सांसद/जनसेवक को मजबूर किया जाये कि वे अपने पब्लिक
मोबाइल को अपने वेबसाइट से जोड़ दें ताकि प्राप्त मेसेज स्वतः वेबसाइट पर
प्रकाशित हो जायें और प्रमाणिक तरीके से जनता की राय सबके सामने आये |
पूरा लेख पढ़ने का लिंक -
0227. आम नागरिकों का कर्त्तव्य अपने जनसेवक जैसे प्रधान मंत्री, उच्च
न्यायाधीश, मुख्य मंत्री, विधायक आदि को आदेश भेजना एस.एम.एस, आदि द्वारा
--- `जनसेवक को मेसेज-आदेश` प्रचार तरीका (पी.डी.एफ.)-
http://sdrv.ms/17rr5lM
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कृपया इस मेल की प्राप्ति की पुष्टि करें और एक सप्ताह के अंदर कृपया उत्तर दें |
धन्यवाद |
कश्यप
Mails we sent and the responses/no-responses we received from political leaders ,activist leaders and media.
Wednesday, 29 May 2013
Friday, 24 May 2013
पारदर्शी शिकायत-प्रस्ताव प्रणाली और राईट टू रिकाल-प्रधानमंत्री
संपादक जी,
नमस्कार |
बुधवार को राजीव कुमार सिंह जी से मेरी बात हुई थी और मैंने उन्हें हमारे ग्रुप (अरजिस्त्रिकृत), राईट टू रिकाल ग्रुप के कुछ प्रस्तावित ड्राफ्ट की चर्चा किये थे जैसे पारदर्शी शिकायत / प्रस्ताव प्रणाली और राईट टू रिकाल-प्रधानमंत्री ड्राफ्ट |
राजीव जी को ये ड्राफ्ट पसंद आये और उन्होंने पल पल इंडिया पत्रिका के बारे में बताये, तो फिर ये ड्राफ्ट को पत्रिका में छपवाने की बात हुई, तो फिर उन्होंने आपसे संपर्क करने के लिए कहा |
बुधवार को राजीव कुमार सिंह जी से मेरी बात हुई थी और मैंने उन्हें हमारे ग्रुप (अरजिस्त्रिकृत), राईट टू रिकाल ग्रुप के कुछ प्रस्तावित ड्राफ्ट की चर्चा किये थे जैसे पारदर्शी शिकायत / प्रस्ताव प्रणाली और राईट टू रिकाल-प्रधानमंत्री ड्राफ्ट |
राजीव जी को ये ड्राफ्ट पसंद आये और उन्होंने पल पल इंडिया पत्रिका के बारे में बताये, तो फिर ये ड्राफ्ट को पत्रिका में छपवाने की बात हुई, तो फिर उन्होंने आपसे संपर्क करने के लिए कहा |
इसीलिए मैं आपको लेख की दो फाइल अटैचमेंट में भेज रहा हूँ | आशा है आप इन्हें स्वीकार करके हमें सूचित करेंगे |
राईट टू रिकाल का लोगो भी अटैचमेंट में भेज रहा हूँ |
धन्यवाद |
कश्यप
राईट टू रिकाल का लोगो भी अटैचमेंट में भेज रहा हूँ |
धन्यवाद |
कश्यप
राईट टू रिकाल ग्रुप
SMS-orders to publc servants campaign method and proposals to reduce sexual assaults and atrocities
Attn- Chandra Pratap, Raman, Vikas Tyagi
Dear All,
As per our phone conversation, sending you the links for the`sms-orders to public servants` campaign method -
Also, see some proposals of ours for reducing sexual assaults in this link -
chapter 38,www.3linelaw.wordpress.com
You can also read the FAQs in this link -
and also our other proposals in www.3linelaw.wordpress.com
So, kindly send necessary sms-orders to your public servants and display the sent sms-orders to the public via FB wall notes, pamphlets, google docs etc. so that the public gets proof and also others are inspired to do the same.
Thanking you,
Kashyap.
`SMS-order to Public servants` campaign method
Dhruval bhai,
As per our phone conversation, few days back I am sending you in link for the file for `SMS-order to public servants` campaign method.
Sorry for sending you late the mail.
Also, you can see our other proposals in www.3linelaw.wordpress.com
Kindly send necessary sms-orders to your public servants and display the sent sms-orders to the public via FB wall notes, pamphlets, google docs etc. so that the public gets proof and also others are inspired to do the same.
Kashyap.
Thursday, 23 May 2013
Jansevak ko message-aadesh
मनमोहन जी.
जैसी हमारी कुछ दिन पहले बात हुई थी, मैं आपको `जनसेवक को मेसेज-आदेश` प्रचार-तरीके और पारदर्शी शिकायत/प्रस्ताव प्रणाली के बारे में बताया था फोन पर | मैं आपको अटैचमेंट में कुछ फाइल भेज रहा हूँ |
आप ये फाइल इन लिंक पर भी देख सकते हैं -
www.prajaadheenshasan.wordpress.com
आप ये फाइल इन लिंक पर भी देख सकते हैं -
www.prajaadheenshasan.wordpress.com
हर नागरिक का कर्तव्य ---`जनसेवक को मेसेज-आदेश` प्रचार-तरीका
पार्ट-1 - http://tiny.cc/po24ww ; पार्ट-2 - http://tiny.cc/03b5ww ; पार्ट-3 - http://tiny.cc/fn44ww ;
प्रश्नोत्तरी - http://tiny.cc/zic5ww ; मेसेज-आदेश के कुछ और उदाहरण - http://tiny.cc/mjg5ww
कृपया इसे पढ़ कर अपने जनसेवक को मेसेज-आदेश करें और भेजा गया मेसेज-आदेश का जनता को प्रमाण दीजिए वाल-नोट, पचे, गूगल डोक, आदि द्वारा ताकि जनता को प्रमाण मिले और दूसरों को भी ऐसा करने की प्रेरणा मिले |
धन्यवाद सहित |
ओम |
कश्यप |
भारत स्वाभिमान सदस्य, गुडगाँव |
Sunday, 19 May 2013
Fwd: My Member of Parliament
---------- Forwarded message ----------
From: Rakesh Suri <rakeshceo1@yahoo.co.in>
Date: Sun, May 19, 2013 at 12:46 PM
Subject: My Member of Parliament
To: "38ashokroad@gmail.com" <38ashokroad@gmail.com>
From: Rakesh Suri <rakeshceo1@yahoo.co.in>
Date: Sun, May 19, 2013 at 12:46 PM
Subject: My Member of Parliament
To: "38ashokroad@gmail.com" <38ashokroad@gmail.com>
I am Rakesh Suri, AC No. 55-(Sahibabad) voter# Part No. 355 Sl. No. 132 . It is Constitutional and Dharmik duty for every citizen to send necessary request/suggestion/order to his MP via SMS. I am requesting you to move a resolution in Parliament suspend the MP (who had walked out on vande mataram) for 3 months.
Also link your public phone to your website so that all the sms to you are seen by all citizens.Thanks"
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